कला प्रतिनिधि, इंदौर स्टूडियो। एक ज़माने में जिस मुक्ताकाश मंच में सांघी संगीत समारोह की राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित महफिलें सजा करती थी और सामने हज़ारों इंदौरी संगीत प्रेमी रात भर रहते थे। कुछ दशक बाद अभिनव कला समाज के उसी मुक्ताकाश मंच के सुनहरे दिन फिर लौट आए हैं। नए सिरे से सजे – संवरे मुक्ताकाश मंच पर 25 साल बाद एक बार फिर संगीत कार्यक्रम ‘लता स्वर तर्पण ‘ का आयोजन हुआ।छंट गया दो दशकों की गुमनामी का अँधेरा: कार्यक्रम से पहले दीप प्रज्वलन अभिनव कला समाज के अध्यक्ष श्री प्रवीण कुमार खारीवाल, श्री अभिषेक गावड़े, श्री गोवर्धन लिंबोदिया, श्री राजेंद्र कौशिक, श्री आलोक बाजपेयी, सुश्री सोनाली यादव श्री नितिन माहेश्वरी एवं श्री धर्मेंद्र दवे ने किया। इसके साथ ही इस प्रतिष्ठित मंच पर छाया लगभग दो दशकों का गुमनामी का अंधेरा छंट गया और स्वरों का थमा हुआ कारवां फिर चल पड़ा। लंबे समय तक उपेक्षित रहा यह मंच: इस अवसर पर अभिनव कला समाज के अध्यक्ष प्रवीण कुमार खारीवाल ने बताया कि पहले बहुत से प्रतिष्ठित संगीत समारोह इसी मंच पर आयोजित होते थे। मगर दुर्भाग्य से यह मंच लंबे समय तक उपेक्षित रहा। संस्कृति प्रेमियों को मिला नये मंच का तोहफा: श्री खारीवाल ने कहा, नवश्रृंगारित मंच का तोहफा को अभिनव कला समाज के पचहत्तर वर्ष पूर्ण करने के अवसर पर जिन लक्ष्यों की सूची तय की गई थी, उनमें इस मुक्ताकाश मंच का नया दौर लाना भी शामिल था। यह सुखद संयोग है कि इंदौर की बेटी स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर जी को समर्पित आयोजन से इंदौर को नवश्रृंगारित मंच का तोहफा शहर के संस्कृति प्रेमियों को मिला है। आगे पढ़िये – https://indorestudio.com/lata-swaranjali-me-8-swar-lata/