कला प्रतिनिधि, इंदौर स्टूडियो। चेतना राष्ट्रीय नाट्य समारोह 2023 इस बार चार अलग रंग की प्रस्तुतियों से सजा। अपनी उत्कृष्ट प्रस्तुतियों की वजह से यह नाट्य समारोह यादगार बन गया। इस बार नाट्य समारोह भोपाल के बीएचईएल कल्चरल हॉल के साथ-साथ चेतना टैरेस थियेटर,नीलबड़ में आयोजित हुआ। टैरेस थियेटर नाट्य समारोह के प्रबंधक वरिष्ठ रंगकर्मी आशीष श्रीवास्तव की अनथक कोशिशों का नतीजा है। इसे बेहतर बनाने की उनकी कोशिशें अरसे से जारी हैं। (रिपोर्ट में शामिल सभी चित्र: संजीव, तनिष्क स्टूडियो,भोपाल।)समारोह की पहली प्रस्तुति ‘बेटर हाफ’: चार दिन के इस नाट्य उत्सव में पहली प्रस्तुति के रूप में आशीष श्रीवास्तव के लिखे चर्चित नाटक ‘बेटर हाफ’ (A true love story) का मंचन हुआ। यह नाट्य समारोह रंगकर्मी स्व. रमेश अहिरे की स्मृति में आयोजित हुआ। समारोह का दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ वरिष्ठ रंगकर्मी और प्रख्यात सिने अभिनेता राजीव वर्मा, बी एचईएल के जनरल मैनेजर अविनाश चन्द्राजी ने किया। अतिथियों ने स्वर्गीय रमेश अहिरे की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें अपनी भावांजलि दी। नाट्य समारोह के कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ रंगकर्मी विवेक सावरीकर जी ने किया।
उत्कृष्ट प्रस्तुति देखकर दर्शक भावाकुल: ‘बेटर हाफ’ की पहली प्रस्तुति ने एक बार फिर दर्शकों को भावाकुल कर दिया। नाटक की कहानी जितनी मार्मिक है, उतना ही जीवंत और दिल को छू जाने वाला अभिनय राजीव श्रीवास्तव और नीति श्रीवास्तव करते हैं। नाटक में सुनीता, आशीष, गौरव, उत्कर्ष, विवेक भी अपनी उत्कृष्ट भूमिकाएं निभाते हैं। नाटक की प्रकाश परिकल्पना कमल जैन की है। सेैट डिजाइन दिनेश नायर और संगीत उमेश तरकसवार का है।
8 बड़े राष्ट्रीय समारोह में अब तक मंचन: आपको बता दें, बेटर हाफ़ के देश के 8 बड़े राष्ट्रीय समारोह में अब तक मंचन हो चुका है। चेतना के नाट्य समारोह में नाटक का 11 वा मंचन था। इससे पहले नाटक को भारत भवन, विवेचना राष्ट्रीय नाट्य समारोह, बहुरूपी राष्ट्रीय नाट्य समारोह, मैसूर, कैनमास राष्ट्रीय नाट्य समारोह,ओडिशा, बीवी कारंथ नाट्य समारोह, मंडी राष्ट्रीय नाट्य समारोह, हिमाचल में प्रदर्शन किया जा चुका है।
एक इंस्पेक्टर से मुलाक़ात की सनसनी: चेतना राष्ट्रीय नाट्य समारोह के दूसरे दिन अंग्रेजी नाटककार जेबी प्रिस्टली लिखित और वरिष्ठ रंगकर्मी शरद शर्मा द्वारा निर्देशित नाटक ‘एक इंस्पेक्टर से मुलाकात’ का सफल मंचन हुआ। नाटक में इंस्पेक्टर की महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाते हैं। यह नाटक अतीत में हुए उस अपराध के गुनहगारों की तलाश है जिसमें एक लड़की ने सुसाइड कर लिया है। एक पार्टी में इस मामले की तहकीकात और पूछताछ के लिये इंस्पेक्टर आ जाता है। इसके साथ ही कथानक की तहों से परदा हटने का काम शुरू होता है।
दो महिला कला-प्रतिभाओं की प्रस्तुति: चेतना राष्ट्रीय नाट्य समारोह के तीसरे दिन नाटक ‘लागी छूटे ना’ का प्रदर्शन हुआ। संगीता भटनागर द्वारा लिखित और युवा रंगकर्मी भारती शर्मा सोनी ने इस नाटक का निर्देशन किया है। नाटक का मंचन चेतना टैरेस थियेटर, नीलबड़ में हुआ। इसे देखने के लिये दर्शकों की ख़ासी संख्या रही। बता दें कि चेतना के इस रूफ़ थियेटर के अब बहुत से नियमित दर्शक हैं। मंचन की ख़बर सुनकर दूर-दराज़ के दर्शक भी इस थियेटर में नाटक देखने पहुँच जाते हैं। यहां पर सौ से अधिक दर्शकों के नाटक को देखने की क्षमता है। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ रंगकर्मी राजीव श्रीवास्तवजी ने किया।समारोह के अंतिम दिन मार्मिक प्रस्तुति : दो हजार तेइस के इस समारोह का समापन बेहद मार्मिक नाटक ‘सूखे दरख़्त’ से हुआ। नाटक के लेखक सतीश कलमकार जी थे और इस खूबसूरत नाटक को निर्देशित वरिष्ठ रंगकर्मी विवेक सावरीकर जी ने किया था। नाटक के पश्चात पूर्व डीजीपी सुरेन्द्र सिंह ठाकुर साहब ने निर्देशक को शॉल और संस्था का स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। मंच संचालन वरिष्ठ रंगकर्मी नीति श्रीवास्तव जी ने किया।
संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से समारोह: संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से इस समारोह का आयोजन किया गया। इस चार दिवसीय राष्ट्रीय नाट्य समारोह का मुख्य उद्देश्य नए दर्शकों को रंगमंच से जोड़ना और नए मौलिक नाटकों का मंचन करना था। संस्था ने बीएचईएल और नीलबड़ दोनों जगहों के नए दर्शकों को रंगमंच से जोड़ा। जबकि आशीष श्रीवास्तव द्वारा लिखित ‘बेटर हाफ’और संगीता भटनागर द्वारा लिखित ‘लागी छूटे ना’ जैसे दो मौलिक नाटकों का मंचन किया गया। आगे पढ़िये –
प्रकाशकों की अविश्वसनीयता का शिकार हो रहे लेखक: विवेक अग्रवाल