सिने प्रतिनिधि, इंदौर स्टूडियो। मलयालम फ़िल्म ‘2018 एवरीवन इज़ ए हीरो’ को 96 वें अकादमी अवॉर्ड्स (ऑस्कर) के लिये भारत की तरफ़ से ऑफिशियल एंट्री मिली है। यह फ़िल्म ऑस्कर पुरस्कार समारोह में फीचर श्रेणी की अंतिम पांच फ़िल्मों में जगह बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा करेगी। फिल्म फेडरेशन ऑफ़ इंडिया (एफऐफआई) ने ऑस्कर के लिए इस फिल्म का चयन किया है। एफएफआई के समक्ष 2018 के अलावा सेबलागम, दि केरला स्टोरी, ज्वेइगो और रॉकी और रानी की प्रेम कहानी भी प्रतिस्पर्धा में थी। बड़ा सवाल है कि यह फिल्म कितनी दमदार फिल्म है। इसकी कहानी और फिल्मांकन कैसा है, क्या यह फिल्म इंटरनेशनल फीचर फिल्मों का सचमुच मुकाबला कर अंतिम पांच फिल्मों में जगह बना पायेगी?
केरला की बाढ़ पर आधारित फ़िल्म : यह फ़िल्म 2018 में केरला में आई विनाशकारी बाढ़ पर आधारित है। फ़िल्म इसी साल मई 2023 में रिलीज़ हुई थी। फ़िल्म को दर्शकों ने ख़ासा पसंद किया था। यह इस साल की सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली मलयालम फ़िल्म भी रही। फिल्म ने 200 करोड़ की कमाई की। जूड एंथनी जोसफ ने फिल्म का निर्देशन किया है। फिल्म बदतर हालात में संघर्ष और आपदा के ख़िलाफ़ जीत की एक प्रेरक तस्वीर प्रस्तुत करती है। 2002 में ‘लगान’ के बाद से किसी भी भारतीय फ़िल्म को ऑस्कर में बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फ़िल्म के लिए नॉमिनेट नहीं किया गया है। 10 मार्च, 2024 को यह फ़िल्म ऑस्कर पुरस्कार समारोह में सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय फीचर श्रेणी की अंतिम पांच फ़िल्मों में जगह बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा करेगी।
अभिनेता टोविनो के खाते में दूसरी ख़ुशी: ‘2018 एवरीवन इज़ ए हीरो’ के अभिनेता टोविनो थॉमस ने कहा इस फ़िल्म के लिये सभी ने बड़ी मेहनत की है। यह मेहनत अब रंग ला रही है। थॉमस को एम्सटर्डम सर्वश्रेष्ठ एशियाई अभिनेता का पुरस्कार भी मिला है। ऐसे में उनके लिये यह दोहरी ख़ुशी की बात है। उन्होंने कहा, हमने फ़िल्म के लिये विपरीत हालात में काम किया है। अब इसे मान्यता मिल रही है। यह ख़ुशी की बात है।2018 विशिष्ट सिनेमाई अनुभव: फ़िल्म को जिस तरह से परदे पर प्रस्तुत किया है वह दर्शकों के लिये एक सिनेमाई अनुभव है। 2018 केरल में आई बाढ़ में 373 से अधिक लोग मारे जा गये थे। 2, 80,679 से अधिक लोगों को विस्थापित होना पड़ा था। राज्य के सभी 14 जिलों को हाई एलर्ट पर रखा गया था। कहानी इडुक्की जिले के अरुविकुलम गांव और अलाप्पुझा पर आधारित है क्योंकि ये क्षेत्र बाढ़ से सबसे अधिक प्रभावित हुआ था। फिल्म में बहुत से इलाकों समावेश नहीं किया गया है। ऐसा कहानी को बिखरने से बचाने के लिये किया गया। फिल्म को डॉक्युमेंट्री की जगह एक फिल्म की तरह ही प्रस्तुत किया गया है ताकि दर्शकों को यह बाँधकर रख सके।
कलाकारों ने की बेहतरीन अदाकारी: फिल्म में मुख्य कलाकारों के साथ ही सहयोगी भूमिकाओं में भी कलाकारों ने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है। प्रमुख कलाकारों में टोविनो थॉमस, कुंचाको बोबन, आसिफ अली, विनीत श्रीनिवासन,अर्पणा बाल मुरली, नारायण आदि शामिल हैं। कहानी, सिनेमेटोग्राफ़ी, एडिटिंग, संगीत फिल्म को बेहद प्रभावशाली हैं। फिल्म का निर्माण वेणु कुन्नाप्पिली, एंटो जोसेफ़, सीके पद्म कुमार ने किया है। संगीत नोबिन पॉल, विलियम फ्रांसिस, रेगिस कैम्पो का और पार्श्व संगीत नोबिन पॉल का है। फिल्म में अखिल जॉर्ज की सिनेमैटोग्राफी तारीफ़ के काबिल है। चमन चाको की एडिटिंग और वीएफएक्स वर्क भी बेहतरीन है।
2018 के अलावा और कौन सी फ़िल्में- भारत की फिल्म ‘2018’ के अलावा इंटरनेशल फीचर फिल्म के लिए 96वें ऑस्कर पुरस्कार के लिए अन्य देशों से कुछ प्रविष्टियां इस प्रकार हैं। चलिये इन फिल्मों पर डालते है एक नज़र।
Jordan: Inshallah A Boy by Amjad Al-Rasheed
Sudan: Goodbye Julia by Mohamed Kordofani
Poland: The Peasants by DK Welchman and Hugh Welchman
Palestine: Bye Bye Tiberias by Lina Soualem
Japan: Perfect Days by Wim Wenders
Nepal: Halkara by Bikram Sapkota
Iran: The Night Guardian by Reza Mirkarimi
Austria: Vera by Tizza Covi and Rainer Frimmel
Bangladesh: No Ground Beneath the Feet by Mohammad Rabby Mridha
Belgium: Omen by Baloji
Bhutan: The Monk and the Gun by Pawo Choyning Dorji96वें अकादमी पुरस्कार 10 मार्च 2024 को लॉस एंजिल्स के डॉल्बी थिएटर में आयोजित होंगे। देशों के लिए प्रविष्टियाँ जमा करने की अंतिम तिथि 2 अक्टूबर, 2023 थी। आगे पढ़िये –