एसपीएस प्रतिनिधि,इंदौर स्टूडियो। इंदौर के अभिनव कला समाज में लता मंगेशकर के गीतों पर केन्द्रित कार्यक्रम ‘लता की कथा’ का आयोजन किया गया। इसमें रामायण कथाकार अभय मानके ने अनूठे अंदाज में लताजी की जीवन की कथा पेश की। कार्यक्रम में शहर की प्रमुख गायिकाओं ने लताजी के चुनिंदे गीत भी प्रस्तुत किये।तीन संस्थाओं का साझा आयोजन: इस कार्यक्रम का आयोजन अनहद-नाद, अभिनव कला समाज और म्यूज टेम्पल ने मिलकर किया। कार्यक्रम में मोना आशीष, अर्पिता बोबडे़ और नुपुर कौशल ने एक से बढ़कर एक गीत प्रस्तुत किये। मोना आशीष ने आपकी नज़रों ने समझा, जब भी जी चाहें, अखियों को रहने दें, अर्पिता बोबडे ने रैना बिती जाय, अगर मुझसे मुहब्बत है, दो दिल टूटे, दो दिल हारे और नुपुर कौशल ने पिया बिना, पिया बिना, चिट्ठी ए दर्द मेरा, वो भूली दस्तां गीतों की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में संगीत संयोजन दीपेश जैन का था। आक्टोपेड पर अमित शर्मा, ठोलक-तबला पर जयेन्द्र रावल गिटार पर राजेश मिश्रा गुड्डु ने बेहतरीन संगत की।
कार्यक्रम के अतिथि बने संगीत प्रेमी: कार्यक्रम में बतौर अतिथि फैशन डिज़ाइनर आसिफ शाह, गीतकार संजय रोकड़े, समाजसेवी नितिन माहेश्वरी और अभिषेक गावडे़ शामिल हुए। अतिथियों का स्वागत प्रवीण कुमार खारीवाल, गोवर्धन लिम्बोदिया, राजेन्द्र कौशिक और अन्नू शर्मा ने किया। इस अवसर पर अतिथियों ने डॉ. श्रद्धा जगताप, अर्पिता बोबड़े, नुपुर कौशल, मोना आशीष एवं अभय-अमृता माणके का मोमेंटो एवं शाल श्रीफल भेंट कर सम्मान किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में संगीत प्रेम मौजूद थे। कार्यक्रम के लिए लता मंगेशकर के आठ बड़े पोस्टरों से अभिनव कला समाज को विशेषरूप से श्रृंगारित किया गया था। आगे पढ़िये –
दर्शकों की ख़ामोशी तब ही टूटी, जब ख़त्म हुआ नाटक -‘कोई और रास्ता’