डॉ. प्रकाश झा, इंदौर स्टूडियो। दिल्ली में मैलोरंग यानी मैथिली लोक रंग द्वारा विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर दो दिवसीय मिथिला रंग महोत्सव का आयोजन किया गया। महोत्सव के पहले दिन 27 मार्च को, एलटीजी में महाकवि भास रचित नाटक ‘अभिषेकनाटकम्’ का मंचन हुआ। नाटक की परिकल्पना और निर्देशन रमण कुमार का है। रमण कुमार मैलोरंग के रेपटर्री प्रमुख: रमण कुमार भारतेंदु नाट्य अकादमी से प्रशिक्षित रंगकर्मी हैं। वर्तमान में श्री कुमार मैलोरंग रेपर्टरी के प्रमुख के रूप में कार्यरत हैं। ‘अभिषेकनाटकम्’ का मंचन मैलोरंग और धनार्या आर्ट्स ने मिलकर प्रस्तुत किया। यह नाटक रामचंद्र के उस प्रसंग पर आधारित है जब वे रावण वध कर अयोध्या लौटकर आते हैं।
शुभारंभ समारोह के अतिथिगण: आयोजन में अतिथि के रूप में गाँधी स्मृति एवं साहित्य सदन के निदेशक डॉ. ज्वाला प्रसाद, राकेश कुमार मिश्रा (आईपीएस.), ऋषि कुमार शर्मा (उपसचिव, हिंदी अकादमी), वरिष्ठ वस्त्र सज्जाकार श्रीमती अनिला सिंह (रानावि स्नातक) एवं राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के पूर्व निदेशक प्रो. देवेंद्र राज अंकुर उपस्थित थे।
दूसरे दिन हुआ टोपी शुक्ला का मंचन: 28 मार्च को राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के सम्मुख सभागार में सामानांतर संस्था द्वारा राही मासूम रज़ा के उपन्यास पर आधारित नाटक ‘टोपी शुक्ला’ का मंचन हुआ। नाट्य रूप अख्तर अली ने तैयार किया है। नाट्य प्रस्तुति की परिकल्पना एवं निर्देशन सुप्रसिद्ध रंगकर्मी अनिल रंजन भौमिक ने किया है। संगीत परिकल्पना रवि नागर की है।
बड़ी संख्या में पहुँचे दर्शक: मैलोरंग के नाट्य उत्सव में नाटकों को देखने के लिये दर्शक बड़ी संख्या में पहुँचे। आयोजन संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, एनसीजेडसीसी, धनार्या आर्ट, सम्भव तथा समानानंतर संस्था के सहयोग से किया गया। https://indorestudio.com/