रायपुर, 11 जून ( इंदौर स्टुडियो )। शहर में 1 जून से जारी नाट्य शिविर में ख्यात अभिनेत्री सुषमा देशपांडे के विशेष प्रशिक्षण सत्र का आज यहां समापन हो गया। अज्जी के नाम से इस लोकप्रिय थियेटर हस्ती को अपने बीच पाकर सभी कलाकार बेहद खुश रहे और उन्होंने उनसे अभिनय की बारीकियां सीखी। खुद में एक बड़ा बदलाव महसूस किया। अज्जी के साथ बच्चों का जोश भी देखते ही बनता था।
सुषमा जी के शिविर से विदा होने के लम्हो में सेल्फी और ऑटोग्राफ का दौर चला। कलाकारों ने उनकी सहजता और अपनत्व की जमकर तारीफ की। शिविर में सुषमा देशपांडे ने बच्चों को अपने नाटक- ‘मी सावित्री बाई फुले’ के बारे में भी बताया। नाटक में अपने अभिनय के अनुभवों के बारे में रंगकर्मियों से चर्चा की। उसका व्यावहारिक रूप से प्रशिक्षण भी दिया। सुषमा जी ने विदा लेने से पहले वादा किया कि वे जल्द ही रायपुर फिर आयेंगी।
रायपुर में इस नाट्य शिविर का छत्तीसगढ़ फिल्म एंड विजुअल आर्ट सोसाइटी ने अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के सहयोग से किया है। संस्था के प्रमुख सुभाष मिश्र ने बताया कि नाट्य शिविर में 60 कलाकार प्रशिक्षण ले रहे हैं। इसमें बड़ी संख्यां में बच्चे भी हैं। 15 जून को इस शिविर का समापन हो जायेगा।
शिविर में कलाकारों के समर्पित भाव की सुषमा देशपांडे ने प्रशंसा की। उन्होंने कला के साथ व्यक्तित्तव के विकास के लिये इस तरह के शिविरों की ज़रूरत है। उन्होंने कला के क्षेत्र में संस्था के निरंतर प्रयासों की सराहना की। सोसाइटी के मंच पर हबीब तनवीर के नाटक – गांव के नांव ससुराल का भी रचना मिश्रा के निर्देशन में मंचन किया गया है। इस कार्यक्रम में भी सुषमा देशपांडे मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थीं।