कला प्रतिनिधि,इंदौर स्टूडियो। साहित्योत्सव का उद्घाटन 7 मार्च को संस्कृति एवं पयर्टन मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत करेंगे। साहित्य अकादेमी के इस वार्षिक आयोजन में 700 से अधिक लेखक और विद्वान हिस्सा लेंगे। यह उत्सव 7 से 12 मार्च तक दिल्ली के फिरोज़शाह मार्ग पर मौजूद रवींद्र भवन परिसर में होगा। इसमें विभिन्न विचारोत्तेजक विषयों पर 100 से अधिक सत्र होंगे। साहित्य अकादेमी पुरस्कार मुख्य आकर्षण: एक पत्रकार वार्ता में यह जानकारी अकादेमी के सचिव के.श्रीनिवासराव ने दी। उन्होंने बताया कि साहित्योत्सव 2025 एशिया का सबसे बड़ा उत्सव होगा। बीते साल का साहित्योत्सव विश्व का सबसे बड़ा साहित्य उत्सव था। मुख्य आकर्षण साहित्य अकादेमी पुरस्कार 2024 होगा। यह 8 मार्च को कमानी सभागार में शाम 5 बजे से होगा। इस पुरस्कार समारोह की मुख्य अतिथि प्रख्यात अंग्रेंज़ी नाटककार महेश दत्तानी होंगे।
उपमन्यु चटर्जी का होगा संवत्सर व्याख्यान: संवत्सर व्याख्यान प्रख्यात अंग्रेज़ी लेखक उपमन्यु चटर्जी द्वारा 9 मार्च को सायं 6.30 बजे मेघदूत मुक्ताकाशी मंच पर होगा। 6 दिवसीय इस साहित्योत्सव में इस बार की राष्ट्रीय संगोष्ठी का विषय है – भारतीय साहित्यिक परंपराएँ: विरासत और विकास। पिछले साल इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में गुलज़ार ने अपना व्याख्यान दिया था। इसके अतिरिक्त प्रख्यात मलयाळम् लेखक ओमचेरी एन.एन. पिल्लै जन्मशतवार्षिकी संगोष्ठी, मोहन राकेश जन्मशत वार्षिकी संगोष्ठी, प्रख्यात गीतकार गोपालदास नीरज के गीतों पर चर्चा, जितेंद्र भाटिया के साथ कथा संधि तथा लेखक से भेंट के अंतर्गत सुबोध सरकार से रूबरू कराया जाएगा।
कई सांस्कृतिक और चर्चा के कार्यक्रम: सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंतर्गत राकेश चौरसिया द्वारा बाँसुरी वादन, फ़ौज़िया दास्तानगो द्वारा दास्तान-ए-महाभारत तथा नलिनी जोशी द्वारा हिंदुस्तानी गायन प्रस्तुत किया जाएगा। भारतीय नदियों के नाम पर निर्मित किए गए सभागारों में सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक कहानी, कविता पाठ के अलावा बहुत से महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा के कार्यक्रम होंगे। आगे पढ़िये – चाँदनी रातें: क्लासिक कृति पर कमाल का म्यूज़िकल ड्रामा शो https://indorestudio.com/chandni-raten-drama-show/