लेखिका शांता गोखले को मेटा लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड

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कला प्रतिनिधि, इंदौर स्टूडियो। 20 वें महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवार्ड्स (मेटा) 2025 का लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड प्रख्यात लेखिका, अनुवादक, पत्रकार और रंगमंच समीक्षक शांता गोखले को प्रदान किया जाएगा। यह पुरस्कार मेटा के 20 वर्षों की गौरवशाली यात्रा का प्रतीक है। शांता गोखले ने अपने लेखन के माध्यम से सामाजिक और सांस्कृतिक मुद्दों को गहराई से छुआ है। उन्हें दो मराठी उपन्यासों, ‘रीता वेलिंकर’ और ‘त्या वर्षी’ के लिए जाना जाता है। दोनों कृतियों को सर्वश्रेष्ठ उपन्यास के लिए महाराष्ट्र राज्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। मेटा अवॉर्ड्स की घोषणा गर्व की बात: एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट और कल्चरल आउटरीच हेड जय शाह ने कहा, “महिंद्रा समूह 20 वें महिंद्रा एक्सीलेंस इन थिएटर अवार्ड्स (मेटा) की घोषणा करते हुए गर्व महसूस कर रहा है। मेटा न केवल कलाकारों को प्रेरित करता है बल्कि दर्शकों को भी रंगमंच की ओर आकर्षित करता है। यह रंगमंच के विकास और प्रोत्साहन के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।” आपको बता दें कि दिल्ली में 20 वें मेटा का आयोजन आगामी 13 से 20 मार्च 2025 तक होगा। महिंद्रा समूह द्वारा स्थापित इस अवॉर्ड उत्सव के लिये नामांकित चुनिंदा 10 नाटकों का मंचन होगा। भारतीय रंगमंच की विविधता का प्रतीक: टीमवर्क आर्ट्स के प्रबंध निदेशक, संजय के. रॉय ने कहा, “मेटा भारतीय रंगमंच की अद्भुत विविधता और उत्कृष्टता का प्रतीक है। यह न केवल देश भर की सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं को एक मंच प्रदान करता है अपितु उन्हें सम्मानित करता है। यह उत्सव न केवल रंगमंच समुदाय को जीवंत बनाने का काम करता है, बल्कि कलाकारों के बीच सम्बंधों को मजबूत करने और मंच पर विविध कहानियों को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।” जूरी में शामिल कला हस्तियों के नाम: 20 वें संस्करण के पुरस्कारों के लिए इस बार जूरी में प्रसिद्ध थिएटर, फिल्म और टीवी अभिनेता कबीर बेदी, थिएटर और फिल्म अभिनेत्री और निर्देशक लिलेट दुबे, मशहूर पपेटटियर दादी पुदुमजी, भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) की महानिदेशक के. नंदिनी सिंगला और तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वाले सिने निर्देशक सुधीर मिश्रा शामिल हैं।20 इयर्स ऑफ़ मेटा पर पैनल चर्चा: दिल्ली के ताज महल होटल में मेटा फेस्टिवल के मीडिया लॉन्च के दौरान, ’20 इयर्स ऑफ़ मेटा: अ लिगेसी ऑफ़ रिप्रजेंटेशन एंड डाइवर्सिटी ‘ विषय पर पैनल चर्चा आयोजित की गई। संजय के. रॉय के संचालन में, एम.के. रैना, बिष्णुप्रिया दत्त, अंकुर भारद्वाज और आशीष पाठक ने मेटा की दो दशकों की महत्वपूर्ण यात्रा पर प्रकाश डाला। पैनलिस्टों ने रंगमंच में विविधता और समावेश को बढ़ावा देने में मेटा के उल्लेखनीय योगदान पर चर्चा की, इसकी विकास यात्रा, प्रभावों पर प्रकाश डाला जिन्हें मेटा ने मंच प्रदान किया है। नीचे दी गई इस तस्वीर में नाटक – ‘चंदा बेड़नी’ का दृश्य।367 एंट्रीज़ में 10 नाटकों का नामांकन: 2025 सीज़न के लिए, महोत्सव को भारत के 25 राज्यों से 367 प्रविष्टियाँ प्राप्त हुईं, साथ ही 2 अंतर्राष्ट्रीय प्रस्तुतियाँ भी मिलीं। शॉर्टलिस्ट में मध्य प्रदेश, कर्नाटक, केरल, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र के नाटक शामिल हैं। अंतिम 10 नामांकनों में हिंदी, मलयालम, बंगला, कन्नड़, संस्कृत, बुंदेली और अंग्रेजी में नाटक शामिल हैं। हमेशा की तरह, महोत्सव ने समावेशिता और विविधता को अपनाया है, जिसमें 47 भारतीय भाषाओं और बोलियों में प्रविष्टियाँ प्रस्तुत की गई हैं। इस तस्वीर में नाटक – बी-लव्ड: थिएटर, म्यूजिक, क्वीयरनेस, एंड  इश्क!  14 श्रेणियों में पुरस्कार दिये जाएंगे: 2025 में 20 वां मेटा लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड सहित 14 श्रेणियों में पुरस्कार प्रदान करेगा, साथ ही 13 प्रतिस्पर्धी श्रेणियां भी होंगी जैसे कि सर्वश्रेष्ठ प्रोडक्शन, सर्वश्रेष्ठ निर्देशक, सर्वश्रेष्ठ स्टेज डिजाइन, सर्वश्रेष्ठ लाइट डिजाइन, सर्वश्रेष्ठ साउंड  और संगीत डिजाइन, सर्वश्रेष्ठ कॉस्टयूम डिजाइन, मुख्य भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष), मुख्य भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (महिला), सहायक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता (पुरुष), सहायक भूमिका में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री (महिला), सर्वश्रेष्ठ मूल स्क्रिप्ट, सर्वश्रेष्ठ एन्सेम्बल और सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफर। नीचे दी गई  तस्वीर में नाटक – निःसंगो ईश्वर का दृश्य। 20 वां मेटा 2025 के लिये नामांकित सर्वश्रेष्ठ प्रॉडक्शन:
•  बी-लव्ड: थिएटर, म्यूजिक, क्वीयरनेस, एंड  इश्क! – सपन सरन द्वारा निर्देशित और तमाशा थिएटर द्वारा निर्मित, मुंबई, हिंदी/अंग्रेजी • बॉब मार्ले फ्रॉम कोडिहल्ली- लक्ष्मण के.पी. द्वारा निर्देशित और जंगम कलेक्टिव द्वारा निर्मित,बैंगलोर (कर्नाटक), कन्नड़ •  चंदा बेदनी- अनिरुद्ध सरकार द्वारा निर्देशित और रंगकर्मी द्वारा निर्मित ,भोपाल, हिंदी •  दशानन स्वप्नसिद्धि- मंजू कोडागु द्वारा निर्देशित और भालिरे विचित्रम द्वारा निर्मित (कर्नाटक), कन्नड़ •  जीवंती मालाखा- निर्देशक: ओ.टी. शाजहान, एथलीट कायिका नाट्यवेदि, पालक्काड, मलयालम,केरला, मलयालम •  कांडो निंगल एंटे कुट्टिये कांडो (हैव यू सीन माय सन?-कन्नन पलक्कड़ द्वारा निर्देशित और नवरंग पलक्कड़ द्वारा निर्मित ,पल्लकड़ (केरल), मलयालम।… नीचे दी गई तस्वीर में नाटक – स्वांग: जस का तस, का दृश्य।•  मतियाह 22:39- अरुण लाल द्वारा निर्देशित और अस्तित्व मंगलुरु द्वारा निर्मित ,मंगलुरु (कर्नाटक), कन्नड़ •  निःसंगो ईश्वर- सुमन साहा द्वारा निर्देशित और बंगाल रिपर्टरी द्वारा निर्मित ,कोलकाता (बंगाल), बांग्ला और संस्कृत •  पोर्टल वेटिंग- अभि ताम्बे द्वारा निर्देशित और अभि ताम्बे द्वारा निर्मित ,बैंगलोर (कर्नाटक),अंग्रेजी •  स्वांग,जस की तस- अक्षय सिंह ठाकुर द्वारा निर्देशित और रंगभारन कल्चरल एंड सोशल वेलफेयर सोसाइटी द्वारा निर्मित जबलपुर (मध्य प्रदेश), हिंदी और बुंदेली। आगे पढ़िये – चाँदनी रातें: क्लासिक कृति पर कमाल का म्यूज़िकल ड्रामा शो https://indorestudio.com/chandni-raten-drama-show/

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