सीधी के दो नन्हे कलाकारों को ‘बाल कलाश्री’ सम्मान

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कला प्रतिनिधि, इंदौर स्टूडियो। सीधी रंगमंच के बाल कलाकारों ने शादनगर हैदराबाद के नेशनल चिल्ड्रन थियेटर फेस्टिवल में दो नाटकों का मंचन किया। इस समारोह में देश के चर्चित और सक्रिय 7 बाल कलाकारों को ‘बाल कलाश्री’ के अवार्ड से भी नवाज़ा गया। इनमें सीधी के दो प्रतिभाशाली कलाकार भी शामिल हैं। दो दिवसीय नेशनल चिल्ड्रन फेस्टिवल : चिल्ड्रन फेस्टिवल 20 और 21 जुलाई को संपन्न हुआ। फेस्टिवल में सीधी के बाल कलाकारों ने विनोद राई निर्देशित नाटक “नमस्कार जी नमस्कार” तथा नीरज कुंदेर व रोशनी प्रसाद मिश्र निर्देशित “कर्णभारम” की सराहनीय प्रस्तुतिया दीं। फेस्टिवल में जिन बाल कलाकारों को सम्मान हुआ उनमें सीधी की अनुभूति और अभिनय कुन्देर भी शामिल हैं।दोनों कलाकार नाटकों में निरंतर सक्रिय: 12 वर्ष की अनुभूति पिछले 6 वर्षों से रंगमंच कर रही है, इन्होंने खंजरी, पांच दिन, बसदेवा, रानी चेनम्मा, मालविकाग्निमित्रम, चंदनुआ, तीन सयाने, सरू, भक्त आनंद, लतमरबा, बसामन मामा,चरणदास चोर, उजबक राजा तीन डकैत, कर्णभारम, नमस्कार जी नमस्कार सहित कुल 15 नाटकों में अभिनय किया है। बीस से अधिक महोत्सवों में भागीदारी: अनुभूति ने “भारत रंग महोत्सव” सहित बीस से अधिक राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय नाट्य महोत्सवों में भागीदारी निभाया है। वही अभिनय कुन्देर 4 वर्ष से नाटकों में काम कर रहे है। अभिनय ने तीन सयाने, भक्त आनंद, लतमरबा, बसामन मामा, चरणदास चोर, उजबक राजा, तीन डकैत, कर्णभारम, नमस्कार जी जैसे नाटकों में अभिनय किया है। प्रमुख रंग गुरूओं का मार्गदर्शन: दोनों बाल कलाकारों ने नीरज कुंदेर, रोशनी प्रसाद मिश्र, रजनीश कुमार जायसवाल, प्रजीत कुमार साकेत, सैंटी कुमार और संटू कुमार जैसे विभिन्न रंग गुरुओं के निर्देशन में रंगकर्म किया है। दोनों बाल कलाकारों ने अपनी सफलता के लिए माता पिता और रंग गुरुओं को श्रेय दिया है। दोनों ने रंगमंच पर अभिनय के लिये अपने दादा बाबूलाल कुंदेर के साथ ही सूर्यप्रकाश सिंह और रुचि सिंह बघैल के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की है। (Help Indore Studio serving art activities and artists. Donate – https://indorestudio.com/donate/)

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