नीरज कुंदेर, इंदौर स्टूडियो। विंध्य अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म फेस्टिवल के दूसरे दिन कई अच्छी फिल्मों का प्रदर्शन हुआ, साथ कुछ निर्देशकों के साथ उनकी फिल्मों को लेकर बातचीत हुई। फेस्टिवल के अतिथि निर्देशक अविनाश दास की मास्टर क्लास में उन्होंने सवालों के जवाब दिये। उनसे फेस्टिवल डायरेक्टर प्रवीण सिंह चौहान ने फिल्म निर्माण से जुड़ी बारीकियों पर चर्चा की।‘द जर्नी ऑफ बेली’ का प्रदर्शन: दूसरे दिन कन्नड़ फीचर फिल्म ‘द जर्नी ऑफ बेली’ से हुई। आर्मी बैक्ग्राउंड फैमिली में पिता-पुत्री संबंध पर बनी इस फिल्म पर निर्देशक गौरी श्रीनिवास दर्शकों से मुखातिब हुईं। इसके बाद चेन्नई के फिल्मकार योगन वी की महज 3 मिनट की शॉर्ट फिल्म ने दर्शकों को झकझोर कर रख दिया। बाल यौन शोषण पर बनी इस फिल्म के निर्देशक की इस बात के लिए तारीफ हुई कि बिना किसी अश्लील दृश्यों के उन्होंने विषय को बेहतरीन तरीके से प्रस्तुत किया।
शॉर्ट फिल्म ‘भैरवी’ ने ध्यान खींचा: मध्यप्रदेश के फिल्मकार प्रणीत जॉन्जल की की शॉर्ट फिल्म भैरवी ने सबका ध्यान खींचा. खासकर एक्टिंग और टेक्निकल पक्षों पर बातचीत हुई। जबलपुर के लोकप्रिय रैप सिंगर FPC एंक उर्फ अंकित बर्मन के संघर्ष पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्म माइक ड्रॉप की स्क्रीनिंग हुई। कल्लोल मुखर्जी निर्देशित इस फिल्म के बाद रैप स्टार अंकित, दर्शकों से मुखातिब हुए और अपने संघर्षों के बारे में बताया। उन्होंने दर्शकों की डिमांड पर अपना फेमस रैप सॉन्ग ‘काए बड्डा’ गाकर सुनाया।
लुप्त होते वाद्य पर मंडल की फ़िल्म: इसके बाद नेशनल फिल्म पुरस्कार से पुरस्कृत सोमनाथ मंडल ने अपनी फिल्म ‘मदन वेरी’ के प्रदर्शन के बाद दर्शकों को बताया कि कैसे लुप्त होते वाद्य मदन वेरी पर फिल्म बनाने की प्रेरणा उन्हें मिली, जो कि घासी कम्यूनिटी की आजीविका का साधन हुआ करता था। कामकाजी महिला के जीवन पर बनी फिल्म कप ऑफ टी, घरेलू हिंसा पर बनी ‘रसम और कांच की ग्लास’ जैसी फिल्मों को भी सराहा गया।
सीधी की संस्थाओं का बढ़-चढ़कर सहयोग: आयोजक डॉ अनूप मिश्रा ने कहा कि ये महोत्सव पिछले 6 साल से बिना किसी सरकारी सहयोग से आयोजित हो रहा है। यह फेस्टिवल सभी के सहयोग से आयोजित हो रहा है। हॉस्पिटैलिटी में होटल अक्षत रेसीडेंसी, होटल मधुसूदन पैलेस के अलावा सिद्धभूमि इंटरनेशनल स्कूल, सीधी टूर एंड ट्रैवल्स्, पारस ब्ल्डिर्स, विद्यार्थी डिस्ट्रीब्यूटर, कान्हा ट्रेडर्स, जी राम बुक्स, बी यू, अनिल एंटरप्राइजेज, श्रीरूप श्रृंगार, पवित्रा, केके एजेंसीज, उमंग बैग हाउस, लकी कंप्यूटरर्स का सहयोग मिल रहा है।
सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने किया शुभारंभ: इस फेस्टिवल का मंगलवार को स्थानीय वैष्णवी गार्डन में सांसद डॉ.राजेश मिश्रा और स्वीडन की फिल्मकार आना बोहमार्क की मौजूदगी में हुआ। सीधी के वैष्णवी गार्डेन में मंगलवार को विंध्य अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल के छठे संस्करण का भव्य शुभारंभ हुआ। पहले दिन आंध्र प्रदेश के निर्देशक यता सत्यनारायण की तेलगू फीचर फिल्म ‘रजाकार’ से हुई। यह नरसंहार पर घटना पर आधारित फिल्म है। इसके बाद निर्देशक स्कंद कुमार की शॉर्ट फिल्म ‘हमी’, चेन्नई के निर्देशक बी सुरेश कुमार की शॉर्ट फिल्म अरिथारम की स्क्रीनिंग हुई। साथ ही पानी के महत्व को लेकर बनी डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘भूमचू’ का प्रदर्शन हुआ।
चीन,स्पेन और रूस की फ़िल्में प्रदर्शित: इन फिल्मों के अलावा चीन की फिल्म अवेंजर, स्पेन की फिल्म कैब्रेलिस, रूस की फिल्म ग्राउंडेड और पैटेलिडे दिखाई गई। महोत्सव के पहले दिन आखिरी फिल्म के रूप में निर्देशक शिवा कोरताला की सुपरहिट फिल्म ‘देवरा: पार्ट 1’ का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान फिल्म के दमदार सीन और डायलॉग्स पर दर्शकों ने खूब तालियां बजाई। शुभारंभ में सांस्कृतिक कार्यक्रम के सृजन मिश्रा ने अपने गीत और यूसीएन मास स्कूल के बच्चों ने नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। (इस रिपोर्ट के प्रस्तुतकर्ता नीरज कुंदेर विंध्य फिल्म फेस्टिवल के प्रबंधन से जुड़े हैं। आप सीधी में रंगमंच के साथ ही लोक कलाओं के लिये समर्पित रूप से विभिन्न स्तरों पर अपनी भूमिका निभा रहे हैं।) आगे पढ़िये – किशोर लड़कियों में सेक्सुअलिटी की फिल्म ‘गर्ल्स विल बी गर्ल्स’ https://indorestudio.com/kishor-ladkiyon-me-sexuality/