विंध्य फिल्म फेस्टिवल के छठें संस्करण का आज शुभारंभ

0
22

कला प्रतिनिधि, इंदौर स्टूडियो। विंध्य अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल का आज शुभारंभ होगा। फेस्टिवल का यह छठा संस्करण है। सीधी के वैष्णवी गार्डन में सांसद माननीय डॉ. राजेश मिश्रा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। साथ ही स्वीडन से फिल्म निर्देशिका एना बोह्लमार्क तथा मुबई से देवयानी अनंत विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल होने सीधी पहुँच चुके हैं। खैरागढ़ संगीत विद्यालय के छात्र भी पहुँचे: खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय के नाट्यकला और फिल्म विभाग के 10 छात्रों का दल सहायक प्रोफेसर प्रमोद पांडे के साथ सीधी के फिल्म फेस्टिवल में हिस्सा लेने पहुँच चुके हैं। इसके अतिरिक्त चेन्नई से बी सुरेश कुमार, भोपाल से संदीप कुमार चौरे, बनारस से अविनाश कुमार रोहित,  मैहर से गौरव अवधिया सहित कोलकाता से सोमनाथ मंडल, अबन्ती सिन्हा के साथ इंदौर से लोग सीधी आ चुके हैं।23 देशों से 242 फिल्मों की एंट्री: इस वर्ष 23 देशों से 242 फिल्मों की फेस्टिवल में एंट्री हुई।  भारत के अलावा यूनाइटेड स्टेट,  यूनाइटेड किंगडम, फ़्रांस, ऑस्ट्रीया, बांग्लादेश, बेल्जियम, ब्राजील, कनाडा, चाइना, कोलंबिया, फ़िनलैंड, जर्मनी, इटली, मलावी, मेक्सिको, नॉर्वे, पेरू, पुर्तगाल, सर्बिया, स्पेन, स्वीडन और यूक्रेन की फ़िल्मों ने इस फेस्टिवल में हिस्सा लिया है।  फेस्टिवल की ओपनिंग फ़िल्म यता सत्यनारायण द्वारा निर्देशित रजाकार, जो हैदराबाद में हुए हिंदू नरसंहार की सच्ची घटना पर आधारित है। फेस्टिवल के दौरान  दिखाई जाने वाली फ़िल्मों के निर्देशकों का आमजन से सीधे संवाद का कार्यक्रम भी रखा गया है। इसके अलावा विभिन्न विषयों पर पैनेल डिस्कशन रखा गया है। नये फिल्म मेकर्स के लिये एक बडा मंच: यह फिल्म महोत्सव नए फिल्म मेकर्स को एक बड़ा मंच प्रदान करेगा। साथ ही बघेली सिनेमा को सही दिशा प्रदान करेगा। देश के अलग-अलग हिस्सों से फ़िल्म निर्माताओं का आगमन इस फ़ेस्टिवल में होगा। इससे सीधी की पहचान बनेगी और सीधी में भी फ़िल्म पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। फ़ेस्टिवल में अलग-अलग देशों की फ़िल्मोग्राफ़ी नज़र आएगी। ईरान, जर्मनी, अमेरिका, आस्ट्रेलिया सहित कई देशों की फ़िल्में देखने को मिलेंगी। आदिवासी जीवन पर केंद्रित फ़िल्में: फ़ेस्टिवल में मध्य प्रदेश के फ़िल्ममेकर्स की फ़िल्मों और आदिवासियों के जीवन से जुड़ी हुई फ़िल्मों का विशेष सेक्शन रखा गया है। इसमें अलग-अलग राज्यों में बनी हुई आदिवासी जीवन पर केंद्रित फ़िल्में भी दिखाई जाएँगी। फिल्म निर्देशक अविनाश दास, हिंदी की प्रख्यात लेखिका गीताश्री, इसके अलावा इटली से क्रिस्टियानों एसपोसितों, सिमोना पासक्यूएल, कोलकाता से राष्ट्रीय फिल्म पुरुस्कार प्राप्त निर्देशक सोमनाथ मण्डल, अबंती सिन्हा सहित देश के अलग-अलग राज्यों के अनेक फिल्मकार अपनी-अपनी फिल्मों के साथ 7 और 8 जनवरी को सीधी आयेंगे। आगे पढ़िये – दो लड़कियों की कहानी को देखने के लिये क्यों टूट पड़े दर्शक – https://indorestudio.com/2-ladkiyon-ki-kahani/

LEAVE A REPLY