घोड़ों पर केंद्रित नीलांजन दास की ‘सैवेज ब्यूटी’ प्रदर्शनी 14 दिसंबर से

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कला प्रतिनिधि, इंदौर स्टूडियो। ख्यात चित्रकार नीलांजन दास की घोड़ों पर केंद्रित ‘सैवेज ब्यूटी’ प्रदर्शनी 14 दिसंबर से दिल्ली में शुरू होगी। इंडिया हैबिटेट सेंटर की विज़ुअल आर्ट्स गैलरी में 19 दिसंबर तक यह प्रदर्शनी चलेगी। इस प्रदर्शनी का शुभारंभ 14 दिसंबर की शाम को होगा। नीलांजन दास ने घोड़ों की इन कृतियों का संसार चारकोल से रचा है। इनमें घोड़ों की भावनाएं जीवंत हो उठी हैं। यह प्रदर्शनी प्रतिदिन सुबह 11 से रात 8 बजे तक खुली रहेगी।कैनवास पर एक असाधारण प्रदर्शन: ‘सैवेज ब्यूटी’ में नीलांजन दास ने कैनवास पर चारकोल से घोड़ों को असाधारण अभिव्यक्ति दी है। यह प्रदर्शनी घोड़ों की भावना को जीवंत कर देती है। नीलांजन का यह संग्रह पारंपरिक घुड़सवारी कला से हटकर है। इसमें लय और गति, ऊर्जा, शक्ति, सौंदर्य और आध्यात्मिकता की खोज है। यह घुड़सवारी कला को नई तरह से परिभाषित करने जैसा है। ज़ाहिर है कि यह चित्रकार की उतकृष्ट कला दृष्टि को दर्शाता है। हर स्ट्रोक में घोड़े की सरपट गति:  प्रदर्शनी की शुरआत में आप घोड़ों की गति और ऊर्जा को साफ़ तौर पर दर्शाने वाली पेंटिंग देख सकेंगे। इसमें कैनवास पर चारकोल का हर स्ट्रोक, घोड़े की सरपट गति से लेकर कोमल चाल तक, उनकी सुंदर गतिविधियों को दर्शाता है। दर्शकों को घोड़ों की दुनिया को महसूस करने के लिए आमंत्रित करता है। घोड़ों की असीम शक्ति का अनुभव: यह प्रदर्शनी एक चित्रकार के रूप में नीलाजंन दास की कला क्षमताओं का भी प्रदर्शन करती है। उन्होंने अपनी प्रवाहमयी कूची के माध्यम से घोड़ों की भव्यता और सुंदरता की खोज की है। उन्हें कैनवास पर साकार किया है। बहती अयाल से लेकर उनकी आँखों की नाजुक चमक तक, हर बारीकियों को सटीकता के साथ इन कृतियों में प्रदर्शित किया गया है। चारकोल का उपयोग, रंगों के सूक्ष्म खेल की अनुमति देता है, जिससे इन प्राणियों की सहज सुंदरता की एक दृश्य सिम्फनी बनती है। कीजिये प्राचीन बंधन की खोज: इस प्रदर्शनी के माध्यम से आप मनुष्यों और इन शानदार प्राणियों के बीच प्राचीन बंधन की खोज कर सकते हैं। इसके आध्यात्मिक आयाम से जुड़ सकते हैं। अलौकिक दृश्य, शांत चिंतन के क्षणों में उस ज्ञान को दर्शाते हैं जो सांसारिक सीमाओं से परे है। घोड़ों और इंसानों के बीच संबंध पर विचार करने पर विवश करते हैं।रहस्यमय रचनाकार की गहरी छाप: आपको बता दें, नीलांजन दास जाने-माने कलाकार हैं जिन्होंने एक रहस्यमय रचनाकार के रूप में बड़ी छाप छोड़ी है, जो अपनी ज्वलंत प्रकृतिवाद और कला की समकालीन लेकिन शास्त्रीय शैली पर अपनी महारत के लिए सराहे जाते हैं। निरंजन दास की रचनात्मक सोच बेहद उत्कृष्ट है। उनके पास भारतीय डिजाइन, चित्रण और प्रकाशन के क्षेत्र में प्रतिष्ठित नामों के साथ काम करने का व्यापक अनुभव भी है। बीते दो दशकों में उन्हें कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार हासिल हुए हैं। आगे पढ़िये –
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